रोहतक रेंज में कम हुए सड़क हादसे, कोरोना भी बड़ी वजह..

रोहतक। देश में अनेक व्यक्तियों की मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण होती हैं। रोहतक रेंज में इस वर्ष पुलिस की लगातार सड़कों पर मौजूदगी के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कमी दर्ज की गई है। लॉकडाउन व पुलिस की सड़कों पर लगातार मौजूदगी रहने के कारण अधिकतर लोग आवश्यक होने के घरों से बाहर निकले। इस कारण इस साल के प्रथम आठ माह में सड़क दुर्घटनाओं व उनसे होने वाली मौतों में कमी दर्ज की गई है। सड़क हादसों में कमी लाने के लिए रोहतक रेंज के अंतर्गत रोहतक, झज्जर, सोनीपत, चरखी दादरी तथा भिवानी की पुलिस भी लगातार सक्रिय रही। रोहतक रेन्ज पुलिस की विभिन्न टीमें सड़क दुर्घटना में कमी लाने के उद्देश्य से लोगों को यातायात नियमों की पालना के प्रति जागरूक करने के लिए लगातार प्रयासरत रहीं। ज्यादातर वाहन चालको द्वारा यातायात नियमों का पालन करने व सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी के कारण दुर्घटनाओं में काफी कमी दर्ज की गई।
गौरतलब है कि दिल्ली से सटे औद्योगिक शहर सोनीपत, बहादुरगढ़ व अन्य शहरों के बीचों बीच राष्ट्रीय राजमार्ग भी गुजरता है। जिस पर हमेशा वाहनों का दबाव व तेज रफ्तार भी देखने को मिलती है। तेज गति के कारण कई बार दुर्घटनाएं भी सामने आती हैं, जिसमें जान-माल की भारी क्षति हो जाती है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज रोहतक संदीप खिरवार के दिशा निर्देशानुसार रोहतक रेंज के पांचों जिलों की पुलिस द्वारा लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने व सड़क सुरक्षा नियमों की पालना को लेकर लगातार मुस्तैद रहने के कारण सड़क दुर्घटना में भारी कमी दर्ज की गई है। रोहतक रेंज पुलिस के दर्ज आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2019 में जनवरी से सितंबर माह के प्रथम सप्ताह की अवधि के दौरान कुल 1579 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 733 दुर्घटनाओं में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इसके अलावा विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं में 846 लोग मामूली रूप से घायल भी हुए। वहीं इसी अवधि में मौजूदा वर्ष 2020 में इस ग्राफ में गिरावट दर्ज की गई है। इस साल जनवरी से सितंबर माह के प्रथम सप्ताह तक कुल 1282 सड़क दुर्घटनाओं के मामले दर्ज हुए हैं। जिनमे 577 दुर्घटना के मामलों में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी व 705 मामलों में लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं।
रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संदीप खिरवार ने बताया कि इस साल कोरोना संक्रमण के कारण वाहनों के पहिये करीब तीन माह के लिए थम गए थे। सड़क पर सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही संचालित करने की इजाजत दी गई थी। इस वजह से भी सड़क दुर्घटनाओं व इससे होने वाली जान व माल की हानि के आंकड़ों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना व इससे होने वाली जान माल की हानि को रोकने के लिए रेंज पुलिस की विभिन्न टीमें लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों की पालना करने के प्रति जागरूक करने के कार्य में जुटी है। लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है।