सब सही रहा तो मार्च तक आ सकती है कोरोना वैक्सिन – ओपी कालरा

रोहतक। अपना भारत देश विश्व के उन चुनिंदा देशों में शुमार होने जा रहा है, जो बहुत जल्द कोरोना की वैक्सिन बना दुनिया में एक नई मिसाल कायम करेंगे। भारत कि वैक्सिन दुनिया में सबसे अलग इसलिए भी है कि इसके सबसे कम साईडिफैक्ट सामने आए हैं, जिसके चलते 19 नवंबर से यह वैक्सिन तीसरे चरण में प्रवेश कर जाएगी। यह कहना है पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओ.पी.कालरा का। वे बुधवार को अपने कार्यालय में कोविड-19 की वैक्सिन व पीजीआई के न्यू ओटी कम आईसीयू कॉम्पलैक्स के उद्घाटन के बारे में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

डॉ. ओ.पी.कालरा ने वैक्सिन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि पूरे देश में अभी तक करीब 25800 लोगों पर भारत बॉयोटैक द्वारा ट्रायल किया जा रहा था। बृहस्पतिवार से यह ट्रायल तीसरे चरण में प्रवेश करेगा, जिसे अब आईसीएमआर की निगरानी में किया जाएगा। उन्होने बताया कि जिन लोगों को वैक्सिन दी जाएगी, उनका 42 दिन के बाद रिटैस्ट किया जाएगा, जिसमें देखा जाएगा कि उनके अंदर क्या चार गुणा तक एंटीबॉडी बनी हैं या नहीं। डॉ. कालरा ने बताया कि यह वैक्सिन अभी तक 6 और 9 माइक्रोग्राम मात्रा में दी गई है और अब केवल 6 माइक्रोग्राम मात्रा में दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसमें पूरे भारत में पहले तीन जगह पर 200 लोगों को यह वैक्सिन लगाई जाएगी। डॉ. ओ.पी.कालरा ने कहा कि फरवरी व मार्च माह तक पूर्ण रूप से यदि इसके परिणाम अच्छे आए तो यह लोगों के लिए मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी। डॉ. ओ.पी.कालरा ने पत्रकारों के माध्यम से आमजन से अपील करते हुए कहा कि जबतक कोरोना की वैक्सिन नहीं आती, तब तक मास्क ही बचाव का जरिया है, कृप्या बिना मॉस्क के घर से बाहर ना निकलें और मॉस्क को अच्छी तरह नाक के उपर तक पहनें, तभी मॉस्क का फायदा है।

      डॉ. ओ.पी.कालरा ने विश्वविद्यालय के ड्रीम प्रोजैक्ट न्यू ओटी कम आईसीयू कॉम्पलैक्स के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा पीजीआईएमएस को अपग्रेड करने के लिए वर्ष 2009 में 150 करोड रूपए की ग्रांट प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत प्रदान की गई थी, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा पीजीआईएमएस को 125 करोड रूपए प्रदान किए गए थे वहीं हरियाणा सरकार ने इसमें अपना 25 करोड रूपए का योगदान दिया था।

इन 150 करोड रूपए में जहां बहुमंजिला भवन का निर्माण एचएलएल हाईट्स द्वारा किया गया वहीं यहां विश्वस्तरीय मशीनरी व उपकरण मंगवाएं गए हैं ताकि मरीजों को किसी बडे कोरपोरेट अस्पताल की तरह विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। इस बहुमंजिला भवन को बनाने में हरियाणा सरकार का 55.3 करोड रूपए का खर्च आया, जिसमें 16 मोडूलर ओटी हैं । डॉ. ओ.पी.कालरा ने कहा कि बृहस्पतिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व रोहतक लोकसभा के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा द्वारा ऑनलाइन माध्यम से इस प्रोजैक्ट का उद्घाटन कर हरियाणा के लोगों को इसकी सौगात प्रदान की जाएगी।  इसके शुरू होने से प्रदेश में पहली बार ओर्गन टंसप्लांट शुरू हो जाएगें, जिसमें किडनी, लिवर व अन्य टंसप्लांट शामिल हैं, इससे प्रदेश के लोगों को अन्य प्रदेशों में नहीं जाना पडेगा और उन्हें फ्री में यह सुविधा पीजीआईएमएस में उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्व है।

डॉ. ओ.पी.कालरा ने बताया कि इस कॉम्पलैक्स में 34 बैड का आईसीयू कॉम्पलैक्स प्रथम तल पर है, इसके साथ ही तीसरे और चतुर्थ फ्लोर पर प्री ओप्रेटिव व पोस्ट ओप्रेटिव 32 बैड की कैपेसिटी के साथ उपलब्ध है। मरीजों को तत्परता से इलाज उपलब्ध करवाने के लिए प्रथम तल पर कोरोना के मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है, वहीं नॉन कोविड मरीजों को तृतीय तल पर भर्ती किया जा रहा है। डॉ. ओ.पी.कालरा ने कहा कि वें इस ऑनलाइन उद्घाटन समारोह में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे, रोहतक लोकसभा के सांसद अरविंद शर्मा, पीएमएसएसवाई के संयुक्त सचिव पदमजा सिंह, एमईआर के महानिदेशक अमनीत पी.कुमार, आईएएस,कुलसचिव डॉ.एच.के. अग्रवाल, निदेशक डॉ. रोहताश यादव विशेष रूप से आमंत्रित रहेंगे। इस अवसर पर ,कुलसचिव डॉ.एच.के. अग्रवाल, निदेशक डॉ. रोहताश यादव, डीन एकेडमिक अफेयर डॉ. एस.एस. लोहचब, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया, जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डॉ. गजेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।

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