रोहतक वासियों से सिविल सर्जन डॉ अनिल बिरला की अपील…

रोहतक। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार के मार्गदर्शन में सिविल सर्जन कार्यालय मे ह्रदय दिवस मनाया गया जिसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने की। सिविल सर्जन ने बताया कि वर्तमान समय में अव्यवस्थित दिनचर्या, तनाव, गलत खान-पान, पर्यावरण प्रदूषण एवं अन्य कारणों के चलते ह्रदय की समस्याएं तेजी से बढ़ती जा रही है छोटी उम्र से लेकर बुजुर्गो तक में ह्रदय से जुड़ी समस्याएं अब आम बात हो गयी है। पूरे विश्व मे ह्रदय के प्रति जागरूकता पैदा करने और ह्रदय संबंधी समस्याओ से बचने के लिए विभिन्न उपायों पर प्रकाश डालने के मकसद से दुनियाभर मे हर साल 29 सितंबर को विश्व ह्रदय दिवस के रूप मे मनाया जाता हैं।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में दिल के दौरे से हर साल एक करोड़ से भी अधिक लोगों की मौत हो जाती हैं और इनमे से 50 प्रतिशत लोग अस्पताल पहुचने से पहले ही दम तोड़ देते है। ह्रदय रोग मौत की एक अहम वजह बन चुकी हैं इसलिए जागरूक होना बेहद आवशयक हैं। विश्व ह्रदय दिवस वर्ष 2000 से शुरू किया गया था। सितंबर माह के अंतिम रविवार को मनाया जाएगा। परंतु वर्ष 2014 में 29 सितंबर की तिथि सुनिचित कर दी गई। अधिकांश मामलों में ह्रदय रोग का प्रमुख कारण तनाव ही होता हैं और मधुमेह, उच्च रक्त चाप जैसी समस्याएं भी ह्रदय रोगों को जन्म देती है इन सभी बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना व सावधानी रखना अनिवार्य हैं।
सिविल सर्जन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि प्रतिदिन अन्य कार्यो की तरह व्यायाम के लिए भी समय निकाले, सुबह और शाम के समय पैदल चले या सैर पर जाए, भोजन में नमक और वसा की मात्रा कम प्रयोग करें, ताजा फलो व सब्जियों को आहार में शामिल करें तनाव मुक्त जीवन जिये तनाव अधिक होने पर योग व ध्यान करें, धूम्रपान व नशीले पदार्थो का सेवन बिल्कुल बंद कर दें तथा स्वस्थ शरीर और दिल के लिए भरपूर नींद ले। इसके उपरांत सिविल सर्जन ने ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखा कर के ह्रदय रोग के प्रति जागरूक करने के लिए रवाना किया।
इस अवसर पर डॉ सुनीता धानिया नोडल अधिकारी, डॉ राजबीर सभरवाल उप सिविल सर्जन, डॉ अनुपमा मित्तल उप सिविल सर्जन, डॉ डिम्पल, डॉ सत्यवान, डॉ नरेंदर दहिया, डॉ अनिल जीत सुरेश भारद्वाज, रेणु कंबोज मौजूद रहे।