रोहतक कोरोना जांच मामले में प्रदेशभर में तीसरे स्थान पर

रोहतक। उपायुक्त आरएस वर्मा ने कहा कि जिला में कोविड-19 के संक्रमण से निपटने हेतू सभी प्रबंध किए गए हैं। ऑक्सीजन की सुविधा युक्त तीन कोविड केयर सैंटरोंं में 750 बैड़ की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त लगभग 4 सौ बैड़ के कोविड अस्पताल हेतू भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। उपायुक्त आर एस वर्मा स्थानीय विकास भवन में प्रैस प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला में अब तक 1118 कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिले हैं, जिनमें 358 कोरोना संक्रमित सक्रिय केस है तथा अब तक 737 संक्रमित ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके है। जिला मेंं 200 वेंटिलेटर उपलब्ध है तथा वर्तमान में लगभग 60 बैड का प्रयोग ही किया जा रहा है। बिना लक्षणों के कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के क्वारंटाइन हेतू सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त कोविड केयर सैंटर बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के प्रतिदिन लगभग एक हजार से ज्यादा एंटीजन, एंटीबॉडी व रैपिड टैस्ट किए जा रहे हैं। टैस्ट के मामले में रोहतक जिला प्रदेश भर में तीसरे स्थान पर है। इसके लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सिविल अस्पताल, महम, सांपला व कलानौर के अतिरिक्त 6 टैस्ट केन्द्र शहर में खोले गए हैं। कंटेनमेंट जोन में टेस्ट के लिए टीमें गठित की जाती है तथा एम्बुलैंस सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि तंग क्षेत्रों में क्वारंटीन होने वाले व्यक्तियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा पर्याप्त संख्या में कोविड केयर सैंटरों में बैड स्थापित किए गए हैं। घरों में क्वारंटीन होने वाले व्यक्ति यदि घर में भीड़ महसूस करें तो वे इन केन्द्रों में रह सकते हैं।
उपायुक्त आर एस वर्मा ने कहा कि जिला में लगभग साढ़े 2400 औद्योगिक ईकाइयां स्थापित है, जिनमेंं से ज्यादातर ईकाइयां मानक संचालन प्रक्रियाओं की पालना करते हुए काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों में आम व्यक्तियोंं की बढ़ती संख्या के दृष्टिïगत सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए है कि वे अपने कार्यालयों में सरकारी कार्य से आने वाली आम जनता के लिए सामाजिक दूरी के नियम की पालना हेतू आवश्यक प्रबंध करें तथा कार्यालय के प्रवेश द्वार पर पैर द्वारा संचालित हैडं सेनेटाईजर रखवाएं। इसके अतिरिक्त केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अन्य हिदायतों का भी सख्ती से पालन करवाएं ताकि कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।